एक समय ऐसा था अधिकांश लोग अपने घरों में ही पैसा जमा रखते थे परंतु आज-कल सभी लोग बहुत ही ज्यादा स्मार्ट हो गए है अब अपने पैसे को घरों में रखने के बजाय बैंकों में जमा कराना पसंद करने लगे है जिसपर उनकों अच्छा खासा ब्याज मिल जाता है और बैंक में उनका पैसा सुरक्षित भी रहता है । जी हां दोस्तों शायद आपका भी किसी न किसी बैंक में खाता होगा और आप भी अपने बैंक अकाउंट में पैसा जरूर जमा करते होंगे यानि संपष्ट है की वर्तमान समय में सामान्य से सामान्य आम आदमी का बैंक खाता जरूर होता है जिसमें वह पैसे जमा करता है । आईंये जानने की कोशिश करते है बैंकों में आम लोग कौन-कौन से अकाउंट ओपेन कराते है जिसमें वह अपनी मेहनत का पैसा जमा रखते है यानि बैंक में ग्राहकों के पैसे किन-किन खातों में जमा होते हैं? अगर आप जानना चाहते है तो संपूर्ण आर्टिकल अवश्य पढ़िए इस आर्टिकल में विस्तारपूर्वक चर्चा करने जा रहे है बैंकों में ग्राहकों के पैसे कौन-कौन से खातों में जमा होते हैं.
बैंकों में ग्राहकों के पैसे किन-किन खातों में जमा होते हैं? |
बैंकों में ग्राहकों के पैसे कौन-कौन से खातों में जमा होते हैं?
बैंकों में ग्राहकों के पैसे नीचें दिये गए निम्नलिखित प्रकार के खातों में जमा होते हैं-
1. बचत जमा खाता (सेविंग डिपॉजिट अकाउंट)
बैंकों के बचत जमा योजना के तहत ओपेन कराया गया अकाउंट एक प्रकार का ऐसा खाता होता है जिसे खासकर आम नागरिक ओपेन कराता है और अपने घरेलू खर्च के बाद बचत किया गया पैसा बचत खाता (Saving Account) में जमा करते रहता है जिसपर उनको क्रमश 4%-5% सालाना ब्याज मिलते रहता है ।
2. चालु जमा खाता (करंट डिपॉजिट अकाउंट)
बैंकों में चालु जमा खाता खासकर विजनेस मैन, विभिन्न प्रकार के संस्थाओ एवं कंपनियां की होती है, इस प्रकार के खातों में जमा धन पर बैंकों की ओर से ब्याॅज नही दिया जाता है परंतु प्रत्येक दिन खाता में जमा और निकासी पर किसी तरह का प्रतिबंध नही होता है ।
3. सावधि जमा खाता (फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट)
बैंकों के सावधि जमा योजना एक प्रकार का ऐसा योजना है जिसके तहत व्यक्ति एक निश्चित रकम निश्चित समय के लिए डिपॉजिट कर देता है, बैंक सबसे ज्यादा ब्याॅज सावधि ग्राहकों के डिपॉजिट धन पर देता है ।
4. आवर्ती जमा खाता (रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट)
बैंकों के आवर्ती जमा खाता में खासकर वैसे लोग पैसे जमा करते रहते है जिनके पास एक बार में मोटी रकम डिपॉजिट करने की क्षमता नही होती है, यानि बैंकों के आवर्ती योजना के तहत इस प्रकार के खाते में व्यक्ति समान किस्तों में छोटी-छोटी रकम प्रत्येक महीने या सालाना निश्चित समय तक जमा करते रहते है एवं अवधि पूर्ण होने के दौरान सावधि जमा योजना के समांतर ब्याज प्राप्त करने का हकदार बन जाते है ।
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