सावधि जमा खाता किसे कहते हैं (What Is A Fixed Deposit Account) यदि आप जाननें आये है तो अवश्य ही आपको पता होगा एफडी अकाउंट यानि फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट को हिंदी में सावधि जमा खाता कहा जाता है । दोस्तों आज-कल सभी बैंक अपने ग्राहकों को कई प्रकार के खाता खोलने की सुविधा प्रदान करता है, अगर सावधि जमा खाता की बात किया जाए तो इस तरह के खाता कुछ गिने-चुने लोग ही ओपेन कराते है, इसलिए सभी लोगों को फिक्स्ड डिपॉजिट यानि सावधि जमा खाता के बारें में अधिक जानकारी पता नही होता है । यदि आप फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट क्या होता है मतलब सावधि जमा खाता क्या होता है के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करने आये है तो पूरी आर्टिकल जरूर पढ़ें, मैं इस आर्टिकल के जरिए आपके समक्ष विस्तार से बताने की कोशिश करूंगा Savdhi Jama Khata Kise Kahte Hai? एवं सावधि खाता खुलवाने के फायदे और नुकसान क्या होता है?
सावधि जमा खाता किसे कहते हैं (What Is A Fixed Deposit Account) |
सावधि जमा खाता किसे कहते हैं (What Is A Fixed Deposit Account)
सावधि जमा खाता बैंकों द्वारा खोले जाने वाला एक प्रकार का ऐसा अकाउंट होता है, जिसमें कोई भी व्यक्ति एक निश्चित धनराशी को निश्चित समय के लिए जमा कर सकता है, यानि सरल शब्दों में बात किया जाए तो सावधि जमा योजना के तहत व्यक्ति अपने पसंद के मुताबिक एक निश्चित रकम एवं निश्चित समय का चुनाव करने के उपरांत धनराशि डिपॉजिट कराने के लिए स्वतंत्र होते है । सावधि जमा (Fixed Deposit) 7 दिनों से लेकर 10 वर्षों तक का कराया जा सकता है कुछ बैंक इससे भी अधिक समय के लिए सावधि जमा खाता ओपेन करती है, एवं सभी बैंकों द्वारा सावधि जमा (Fixed Deposit) पर क्रमशः 6% से 7% तक ब्याज दिया जाता है ।
सावधि जमा खाता के फायदें (Benefits Of Fixed Deposit Account)
1. सावधि जमा (Fixed Deposit) जोखिम मुक्त निवेश है, क्योंकि बैंकों के इस योजना पर देश के सर्वोच्च बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक निगरानी करता है ।
2. सभी वित्तीय और गैर वित्तीय संस्थाओ द्वारा सावधि जमा (Fixed Deposit) धनराशि पर अधिक से अधिक ब्याॅज दिया जाता है ।
3. विभिन्न बैंकों में न्यूनतम 500 रूपए की सावधि जमा खाता ओपन कराया जा सकता है, वही दूसरी ओर भारतीय स्टेट बैंक कि बात किया जाए तो न्यूनतम 1000 रूपए और अधिकतम की सीमा निर्धारित नही है ।
4. सावधि जमा (Fixed Deposit) जिस ब्याॅज दर पर निवेश कर दिया जाता है गारंटीड वही ब्याॅज दर मिलता है, समय समय पर बैंकों द्वारा सावधि जमा योजना ब्याॅज दरों में बदलाव का प्रभाव नही परता है ।
5. सावधि जमा (Fixed Deposit) खाताधारकों को अचानक किसी कारणवश पैसे की आवश्यकता परने पर अपने जमा धनराशि के आधार पर क्रमश: 90 फीसद तक ऋण (Loan) बैंक से प्राप्त कर सकता है, लगभग प्रत्येक बैंक यह सुविधा सावधि जमा (Fixed Deposit) खाताधारकों को देती है ।
सावधि जमा खाता के नुकसान (Disadvantages Of Fixed Deposit Account)
1 सावधि जमा (Fixed Deposit) धनराशि निर्धारित समय से पहले निकालने के स्थिति में बैंकों द्वारा तय ब्याॅज दरों से कम ब्याॅज दर दियें जाते है, साथ ही बैंक कुछ जुर्माना के तौर पर चार्ज भी वसूल करता है, इसलिए एफडी धनराशि मैच्योर होने से पूर्व निकालने नही चाहिए ।
2. कुछ वर्ष पूर्व एफडी मैच्योर होने और ना निकालने के क्रम में बैंक एफडी अवधि आगे बढ़ा देता था एवं ब्याॅज चालू रहता था, परंतु अब आरबीआई के निर्देशानुसार एफडी मैच्योर होने और ना निकाले के स्थिति में ब्याॅज नही दिया जाएगा, इसलिए बेहतर है की एफडी मैच्योर होने पर पैसे निकाल लेना चाहिए ।
ये भी जानिए:-
आवर्ती जमा खाता किसे कहते हैं?
चालू और बचत खाता में क्या अंतर है?
बैंक चेक कितने प्रकार के होते है?
बैंक खाता कितने प्रकार के होते हैं?
सेविंग अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?
बैंक में कितने प्रकार के खाता खोले जाते हैं?
सेविंग अकाउंट में कितना पैसा रख सकते हैं?
पासबुक और चेकबुक में क्या अंतर होता है?
Post a Comment