भविष्य निधि के प्रकार (Types Of Provident Fund In Hindi) के बारें में जानने आये है तो आपको अच्छी तरह पता होगा हमारें देश के सरकार द्वारा सरकारी एवं प्राइवेट क्षेत्रों में नौकरी करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए बचत योजना यानि कर्मचारी भविष्य निधि योजना (Employees Provident Fund Scheme) की शुरुआत 15 नवंबर, 1951 में एक अध्यादेश लाने के बाद 1952 में की थी, ठिक इसी प्रकार भारतीय सरकार ने दुसरी बार आम लोगों के लिए भी 1968 में सार्वजनिक भविष्य निधि योजना (Public Provident Fund Scheme) को लेकर आई, यानि सरकार द्वारा नौकरी करने वालें और आम जनता के लिए अलग-अलग भविष्य निधि योजना (Provident Fund Scheme) संचालित कर रही है, लेकिन यहां पर हमलोगों को ये भी याद रखने की जरुरत है भविष्य निधि में निवेश कई प्रकार से कर सकते है, इसलिए आईयें जानने की कोशिश करते है भविष्य निधि योजना कितने प्रकार के होते है (What Are The Types Of Provident Fund Scheme In Hindi)



भविष्य निधि के प्रकार (Types Of Provident Fund In Hindi)
भविष्य निधि के प्रकार (Types Of Provident Fund In Hindi)




भविष्य निधि के प्रकार (Types Of Provident Fund In Hindi)


भविष्य निधि निम्नलिखित प्रकार के होते हो:-


1. कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund)


2. सामान्य भविष्य निधि (General Provident Fund)


3. स्वैच्छिक भविष्य निधि (Voluntary Provident Fund)


4. सार्वजनिक भविष्य निधि (Public Provident Fund)



कर्मचारी भविष्य निधि क्या है (What Is Employees Provident Fund In Hindi)


कर्मचारी भविष्य निधि योजना में निवेश करना सरकारी और प्राइवेट संस्थाओ में कार्यरत कर्मचारियों के लिए अनिवार्यता होती है, यानि नौकरी ज्वाइनिंग होते ही संस्था की ओर से भविष्य निधि खाता खोल दिया जाता है एवं संस्था द्वारा प्रत्येक महीने कर्मचारी के कुल मासिक वेतन से 12% काटकर उसके भविष्य निधि खाता में डालने का भी अनिवार्यता होती है, तथा भविष्य निधि खाते में डाला गया कुल रकम पर क्रमश 8% से 9% ब्याज के साथ कर्मचारी को उसके रिटायर्मेंट पर मिल जाता है । 


सामान्य भविष्य निधि क्या है (What Is General Provident Fund In Hindi)


जब कोई व्यक्ति किसी सरकारी संस्था में कार्य हेतु ज्वाइनिंग करता है तो नियमानुसार संस्था द्वारा उसका  कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund) खाता खोला जाता है एवं नियमानुसार ही संस्था उसके कुल सैलरी से 12% काटकर उसके भविष्य निधि खाता में डालती है, परंतु कर्मचारी चाहे तो अपनी कुल सैलरी से 12% से अधिक भविष्य निधि खाता में निवेश कर सकता है, यानि कोई सरकारी कर्मचारी ऐसा करता है तो उसका कर्मचारी भविष्य निधि खाता सामान्य भविष्य निधि खाता में परिवर्तित हो जाता है ।


स्वैच्छिक भविष्य निधि क्या है (What Is Voluntary Provident Fund In Hindi)


जिस प्रकार सरकारी संस्था में ज्वाइनिंग करते ही संस्था द्वारा व्यक्ति की कर्मचारी भविष्य निधि खाता ओपेन कर दिया जाता है, ठिक उसी प्रकार प्राइवेट संस्था द्वारा भी ज्वाइनिंग करते उसी प्रकार का भविष्य निधि खाता खोला जाता है और नियमानुसार कर्मचारी की कुल सैलरी से 12% काटकर उसके भविष्य निधि खाता में डालती है, अगर प्राइवेट कर्मचारी भी चाहें तो कुल सैलरी से भविष्य निधि खाता में 12% से अधिक निवेश कर सकता है, यदि प्राइवेट कर्मचारी ऐसा करता है तो उसका भविष्य निधि खाता स्वैच्छिक भविष्य निधि खाता कहलाता है । 


सार्वजनिक भविष्य निधि क्या है (What Is Public Provident Fund)


सार्वजनिक भविष्य निधि योजना सभी आम नागरिकों के लिए है इस योजना में निवेश बैंक या पोस्ट ऑफिस के माध्यम से किया जाता है एवं कर्मचारी भविष्य निधि योजना के भांति लगभग ब्याॅज प्राप्त किया जा सकता है, अंतर केवल इतना है की नौकरी करने वालें लोगों को भविष्य निधि में निवेश करना अनिवार्य होता है, जबकी आम लोग इच्छा अनुसार बैंक या पोस्ट ऑफिस के जरिए इस प्रकार के योजना में निवेश कर सकते है ।



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