जॉइंट अकाउंट क्या होता है जाॅइंट अकाउंट कैसे खोलें जाते है? नौकरी करने वाले पति पत्नी और विजनेस पार्टनर नया जॉइंट अकाउंट खुलवाने हेतू या पहले से मौजूद सिंगल अकाउंट को जाॅइंट अकाउंट मे बदलने के लिए अक्सर सोचते है और अच्छी तरह जॉइंट खाता के विषय मे जानना चाहते है उनके लिए ये आर्टिकल बेहद ही महत्वपूर्ण है मैं इस आर्टिकल मे जाॅइंट अकाउंट से जुड़ी सभी आवश्यक चीज़ो के बारे मे विस्तार से बात करने जा रहा हूं मैं उनलोगो से भी कहना चाहूँगा जिनका अभी किसी बैंक मे अकाउंट नही है या सिंगल अकाउंट है तो उन्हे भी जाॅइंट खाता के विषय मे जानना चाहिए क्योंकि भविष्य मे कभी न कभी जाॅइंट अकाउंट की जरूरत आपको भी पर सकती है एवं इस खाते से संबंधित जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करेंगे! चलिए अब बिना देर किए मुद्दे पर बात करते है और जानते है जॉइंट खाता क्या होता है?
Joint Account |
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जॉइंट अकाउंट मीनिंग इन हिंदी
जॉइंट अकाउंट मीनिंग इंन हिंदी संयुक्त खाता होता है यानी की पति पत्नी किसी बैंक में जॉइंट सेविंग अकाउंट ओपेन कराता है तो इस खाते की हिंदी मीनिंग संयुक्त बचत खाता होता है एवं विजनेस करने वाले लोगो की बात किया जाए तो ये लोग खासकर करंट अकाउंट ही ओपेन कराते है इसलिए अगर कोई विजनेस पार्टनर साथ मे अकाउंट ओपेन कराता है तो वह जाॅइंट चालू खाता होते है जिसका हिंदी मीनिंग संयुक्त चालू खाता होता है!
जॉइंट अकाउंट क्या होता है?
बैंक में दो या दो से अधिक व्यक्ति मिलकर साथ में जो खाता ओपेन कराता है या पहले से मौजूद सिंगल अकाउंट में अन्य व्यक्ति का नाम जोड़ देने वाले खाते को जॉइंट अकाउंट मतलब संयुक्त खाता कहा जाता है यह खाता पति-पत्नी, परिवार के सदस्य, दोस्त, विजनेस पार्टनर के साथ ओपेन कर सकते है! आजकल सभी भारतीय बैंको में जॉइंट अकाउंट ओपेन किया जाता है रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आदेशानुसार एक जॉइंट अकाउंट में जितना चाहे उतना सदस्य का नाम जोड़ सकते है लेकिन कुछ बैंक जॉइंट अकाउंट में चार सदस्य से अधिक जोड़ने पर मना करती है क्योंकि उनका कहना है जॉइंट अकाउंट में कम सदस्य रहने पर खाते को सही तरीक़े से मैनेंज किया जा सकता है असुविधा का सामना नही करना परता है!
जॉइंट अकाउंट के प्रकार
जॉइंट अकाउंट को एक्सेस करने हेतू कौन से सदस्य को क्या अनुमति मिलनी चाहिए इसके आधार पर भी जाॅइंट अकाउंट को बांटा गया है मतलब जाॅइंट अकाउंट मुख्यत: चार प्रकार के होते है किस सदस्य को क्या अनुमति देना चाहते है जॉइंट अकाउंट फाॅर्म भरते समय ऑप्शन को सेलेक्ट करना होता है चलिए आगे जानते है अनुमति के आधार पर जॉइंट अकाउंट कितने प्रकार के होते है!
- Either Or Survivor
- Former Or Survivor
- Latter Or Survivor
- Anyone Or Survivor
1. Either Or Survivor जॉइंट अकाउंट
जॉइंट अकाउंट के लिए आवेदन करते समय एग्रीमेंट डोकोमेन्ट्स में Either Or Survivor ऑप्शन सेलेक्ट करने पर जाॅइंट अकाउंट में जो सदस्य होंगे समान रूप से अधिकार होगा यानि कि खाते से कोई भी पैसे की निकासी एवं अन्य प्रकार के सभी चीजो को एक्सेस कर सकता है!
2. Former Or Survivor जॉइंट अकाउंट
जॉइंट अकाउंट के लिए आवेदन करते समय एग्रीमेंट डोकोमेन्ट्स में Former Or Survivor ऑप्शन सेलेक्ट करने पर जो सदस्य का नाम प्रथम होल्डर मे होता है केवल वही इस अकाउंट को ऑपरेट कर सकता है यदि किसी कारणवश प्रथम अकाउंट होल्डर की मृत्यू हो जाती है तो मृत्यु प्रमाणपत्र देने के बाद दूसरा सदस्य जैसी की पति के मृत्यू के बाद पत्नी अकाउंट को पूरी तरह चला सकती है!
3. Latter Or Survivor जॉइंट अकाउंट
जॉइंट अकाउंट के लिए आवेदन करते समय एग्रीमेंट डोकोमेन्ट्स में Latter Or Survivor ऑप्शन सेलेक्ट करने पर इसमे जिनका नाम सेकेंड अकाउंट होल्डर मे होता है वही इस खाते को संचालित कर सकता है सेकेंड अकाउंट होल्डर के मृत्यु प्रमाणपत्र के बाद प्रथम अकाउंट होल्डर इस खाते को एक्सेस कर सकता है!
4. Anyone or Survivor जॉइंट अकाउंट
जॉइंट अकाउंट के लिए आवेदन करते समय एग्रीमेंट डोकोमेन्ट्स में Anyone or Survivor ऑप्शन सेलेक्ट करने पर दो से अधिक अकाउंट होल्डर जोड़े जा सकते है एवं सभी अकाउंट होल्डर खाते को ऑपरेट कर सकता है!
जॉइंट अकाउंट के फायदे
- पति पत्नी और घर के सदस्य या विजनेस पार्टनर के साथ यह खाता खोलने पर कितना पैसा अकाउंट मे डालना निकालना है उनके बीच तालमेल बना होता है विचार विमर्श करने के उपरांत ही अकाउंट से पैसे निकालते है फ़ालतू के खर्च से बच जाते है!
- सामान्य अकाउंट की तरह जॉइंट खाताधारको के लिए भी बैंको द्वारा चेक बुक, डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, नेटबैकिंग जैसी फैसिलिटी दी जाती है!
- जॉइंट अकाउंट होल्डरो के लिए बैंको द्वारा अलग अलग एटीएम कार्ड उनके नाम से जारी किए जाते है जिसका प्रयोग आनलाईन शापिंग या एटीएम मशीन से कैस निकालने में किया जा सकता है!
- जॉइंट अकाउंट ओपेन कराने की सबसे बड़ा फायदे की बात किया जाए तो जो भी जाॅइंट अकाउंट होल्डर होते है इनमे से कोई एक अकाउंट होल्डर के द्वारा फ़ालतू के ट्रांजेक्शन करने के स्थिति मे दूसरे अकाउंट होल्डर को पता चल जाता है उसे फ़ालतू के निकासी करने से मना किया जा सकता है!
- ऐसे तो जॉइंट अकाउंट के सदस्य चाहे तो खाता का संचालन समान रूप से एक्सेस कर सकते है या इस अकाउंट को ओपेन कराते समय सेकेंडरी अकाउंट होल्डर को खाता एक्सेस करने की कौन-कौन सी अनुमति देना चाहते है ये प्रथम अकाउंट होल्डर अपने आवेदन डोकोमेन्ट्स मे बता सकता है!
जॉइंट अकाउंट के रूल्स इन हिंदी
जिस तरह बैंको की सामान्य अकाउंट के लिए न्यूनतम राशि बनाये रखने एवं जमा और ट्रांजेक्शन की लिमिट होती है ठिक उसी प्रकार लगभग जॉइंट अकाउंट में भी देखने को मिल जाता है!
जॉइंट खाता कैसे खोलें?
नया जॉइंट अकाउंट ओपेन कराने हेतू या पहले से मौजूद सिंगल अकाउंट को जाॅइंट अकाउंट मे बदलाव हेतु बैंको के नियमानुसार सदस्य के पहचान संबंधित डोकोमेन्ट्स के साथ आवेदन करना होता है!
जॉइंट अकाउंट ओपेन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
जिस तरह बैंको मे एक सामान्य सेविंग अकाउंट ओपेन करने के लिए बैंको द्वारा कागज़ात लिये जाते है ठिक उसी प्रकार जॉइंट अकाउंट के लिए भी सभी सदस्यो का डोकोमेन्ट्स के रूप में पहचान लिया जाता है जैसे की पासपोर्ट साईज फोटो, पहचान के लिए आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पेन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, इंडियन पासपोर्ट इनमे से कोई एक एवं एड्रेस के रूप मे बिजली बिल, पानी बिल, राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड को मान्य करता है!
जॉइंट अकाउंट एप्लीकेशन इन हिंदी
जब आप नया जॉइंट अकाउंट ओपेन कराएगे तो अपने सदस्य के सारे डोकोमेन्ट्स के साथ बैंक द्वारा दिये गए फाॅर्म को भरने के पश्चात जमा करने के उपरांत जॉइंट खाता ओपेन कर दिया जाता है लेकिन पहले से मौजूद सिंगल अकाउंट को जाॅइंट अकाउंट मे तब्दील कराने हेतू खाता, अपना आधार कार्ड, और जो भी सदस्य का नाम सिंगल अकाउंट मे जोड़कर जॉइंट अकाउंट बनवाना चाहते है उसके सारे डोकोमेन्ट्स का फोटो काॅपी बैंक को देने और ऑरिजनल डोकोमेन्ट्स दिखाने के साथ-साथ एक आवेदन पत्र लिखना होगा जिसमे आग्रह करना होगा मै अपना सिंगल अकाउंट को जाॅइंट अकाउंट बनाना चाहता हूं!
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