नाबार्ड के प्रमुख कार्य NABARD Ke Pramukh Karya के संदर्भ में जानने आये है तो आपका स्वागत है, दोस्तों शायद आप जानते होंगे नाबार्ड यानि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक यह भारत का एक ऐसा शीर्ष बैंकिग संस्था है जो कृषि, लघु उद्योगों, कुटीर एवं ग्रामोद्योग तथा हस्तशिल्प आदि को बढ़ावा देने के लिए ऋण उपलब्ध कराता है । भारत में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की स्थापना 12 जुलाई 1982 में प्रारंभिक पूंजी 100 करोड़ रूपये से की गई थी और हाल ही मार्च 2021 में नाबार्ड की कुल संपत्ति 6.57 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है । आईंये अब बिना देर किए सिधे मुद्दे पर बात करते है और विस्तार से जानने की कोशिश करते है भारत में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के कार्य क्या है?
नाबार्ड के प्रमुख कार्य NABARD Ke Pramukh Karya |
नाबार्ड के प्रमुख कार्य NABARD Ke Pramukh Karya
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक निम्नलिखित प्रकार के प्रमुख कार्य करता है-
1. नाबार्ड पुनर्वास योजनाओं का निर्माण करने के साथ ग्रामीण बैंक संस्थाओं और कर्मियों को प्रशिक्षित करता है एवं सभी सरकारी योजनाओं की देखरेख नाबार्ड द्वारा ही किया जाता है ।
2. नाबार्ड बैंक विभिन्न प्रकार के वित्तीय योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर कार्यान्वित करता है और राज्य सरकार, केंद्र सरकार, भारतीय रिजर्व बैंक एवं अन्य वित्त एजेंसियों के बीच सामंजस्य का कार्य करता है ।
3. नाबार्ड बैंक यानि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक स्वयं के द्वारा बनाई गई वित्तीय परियोजनाओं की निगरानी और उसका मूल्यांकन करने का भी कार्य करता है ।
4. नाबार्ड बैंक किसानों के कल्याण हेतु ऋण उपलब्ध कराने और अपने कार्यक्रम के जरिए किसानों को प्रशिक्षित करने जैसा कार्य करता है, और इसके साथ ही यह देश के सर्वोच्च बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को लाइसेंस देन के लिए सिफारिश करता है ।
5. राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक यानि नाबार्ड देश के प्रत्येक जिलों के लिए सालाना ऋण योजनाएं बनाता है, और ग्रामीण क्षेत्र के बैंकिंग में नये अनुसंधान का कार्य करने के अलावा कृषि अनुसंधान में मदद करता है ।
6. सही और योग्य उम्मीदवारों यानि बैंक कर्मियो की नियुक्ति हेतु देशभर में आयोजित होने वाली IBPS परीक्षा प्रतिभा का प्रबंधन राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड बैंक) द्वारा किया जाता है ।
7. नाबार्ड बैंक किसानों के कल्याण और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा के लिए सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के माध्यम से किसानों को उचित मूल्यों पर ऋण देने जैसा कार्य करता है, इसके लिए नाबार्ड समय-समय पर सहकारी बैकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का निरीक्षण और निगरानी करते रहता है ताकि किसानों को मदद होता रहें ।
8. नाबार्ड बैंक देश के ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक विकास हेतू ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई, सड़के, पुलों के निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा, मिट्टी का संरक्षण, जल की परियोजनाएं इत्यादि जैसे कार्यों के लिए भी ऋण उपलब्ध कराता है । नाबार्ड के इन कामों से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध होते है यानि आजीविका कमाने के विभिन्न प्रकार के विकल्प खुल जाते है ।
ये भी जानिए:-
नाबार्ड बैंक की स्थापना कब हुई?
नाबार्ड के मुख्यालय कहाँ स्थित है?
नाबार्ड की स्थापना किसने किया था?
नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की संख्या कितनी है?
भारत में कुल कितने प्रकार के बैंक मौजूद है?
व्यापारिक बैंक के कार्यों का संपूर्ण वर्णन कीजिए
व्यावसायिक बैंक के कार्यों का संपूर्ण वर्णन कीजिए
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