राष्ट्रीय वित्तीय संस्था किसे कहते हैं (Rashtriya Vittiya Sanstha Kise Kahte Hain) इसका सरल शब्दों में उत्तर दिया जाए तो, राष्ट्रीय वित्तीय संस्था उन संस्थाओं को कहा जाता है, जो संस्था राष्ट्रीय स्तर पर वित्त प्रबंधन, साख अथवा ऋण लेन-देन जैसी कार्य करता है । राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं को दो भागों में बाँटा जाता है- मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएं और पूँजी बाजार की वित्तीय संस्थाएं । आईंये उदाहरण के माध्यम से मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएं और पूँजी बाजार की वित्तीय संस्थाएं के बारें में समझने की कोशिश करते है ।



राष्ट्रीय वित्तीय संस्था किसे कहते हैं (Rashtriya Vittiya Sanstha Kise Kahte Hain)
राष्ट्रीय वित्तीय संस्था किसे कहते हैं (Rashtriya Vittiya Sanstha Kise Kahte Hain)



राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को निम्नलिखित वर्गों में विभाजित किया जाता है-

1. मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएं


मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएँ साख या ऋण का अल्पकालीन लेन-देन करती है ।


2. पूँजी बाजार की वित्तीय संस्थाएं


पूँजी बाजार की संस्थाएँ उद्योग तथा व्यापार की दीर्घकालीन साख की आवश्यकताओं को पूरा करती है ।




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