दोस्तों भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के व्यावसायिक बैंक, निजी क्षेत्र के व्यावसायिक बैंक, विदेशी क्षेत्र के व्यावसायिक बैंक मौजूद है, यदि व्यावसायिक बैंक के कार्यो पर संक्षेप में चर्चा की जाये तो प्रत्येक व्यावसायिक बैंक लाभ कमाने के उद्देश्य से जनता के पैसे जमा स्वीकार एवं ऋण उपलब्ध कराने के साथ साथ विभिन्न प्रकार के बैंकिंग सेवाए प्रदान करती है । अब यदि बात किया जाए प्रत्येक व्यावसायिक बैंक की आय का मुख्य स्रोत क्या है? यानि प्रत्येक व्यावसायिक बैंक किस प्रकार मुनाफा कमाती है आईयें इसके बारें में जानने की कोशिश करते है क्योंकि अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओ में यह सवाल पुंछे जातें है एवं अधिकांश लोग बैंक की आय का मुख्य स्रोत क्या है जानना चाहते है । चलिए अब सिधे मुद्दे पर बात करते है व्यावसायिक बैंक की आय का मुख्य स्रोत क्या है-



बैंक की आय का मुख्य स्रोत क्या है?
बैंक की आय का मुख्य स्रोत क्या है?




बैंक की आय का मुख्य स्रोत - Main Source Of Income Of The Bank 


1. ऋण से आय


सभी व्यावसायिक बैंक उद्योगों, कंपनियों और व्यक्तियों को कई प्रकार के कर्ज देते हैं, ऋण से मिलने वाला ब्याज व्यावसायिक बैंकों की कमाई का मुख्य स्रोत है ।


2. निवेश से आय


व्यावसायिक बैंक सरकारी और रेटेड सिक्योरिटीज में निवेश करता हैं, इससे व्यावसायिक बैंकों को ब्याज और डिविडेंड के रूप में कमाई होती है ।


3. शुल्क से आय


बैंक लोन सिंडिकेशन, बिल्स ऑफ एक्सचेंज, सेफ्टी वॉल्ट उपलब्ध करने जैसी सेवाएं देता हैं, इसके लिए व्यावसायिक बैंक शुल्क वसूल करता हैं ।


4. विदेशी मुद्रा के कामकाज से आय


व्यावसायिक बैंक विदेशी मुद्रा में भी कारोबार करता है और एक ब्रोकर के रूप में शुल्क वसूल करता है ।


5. थर्ड पार्टी प्रोडक्ट पर कमीशन से आय 


सभी व्यावसायिक बैंक इंश्योरेंस और म्यूच्यूअल फंड जैसे उत्पाद बेचकर कमीशन से भी कमाई करते हैं ।


6. ग्राहकों से आय 


व्यावसायिक बैंक अपने ग्राहकों को कई प्रकार के बैकिंग सेवाएं प्रदान करते है जैसे की विनिमय बिलों को स्वीकार, ड्राफ्ट जारी, बीमा प्रीमयम का भुगतान आदि इन सभी सेवाओं पर कमिशन चार्ज करता है ।



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