बचत खाता और स्थायी खाता में क्या अंतर है?

बचत खाता और स्थायी खाता में क्या अंतर है (Bachat Khata Aur Sthayi Khata Mein Kya Antar Hai) इसके बारे में अधिकांश लोग जानना चाहते हैं, क्योंकि वर्तमान समय में लगभग सभी बैंकों द्वारा अपने ग्राहको को कई प्रकार के खाता खोलने की सुविधा दिया जा रहा है, जिसमें बचत खाता और स्थाई खाता भी शामिल है । अगर आप बचत खाता और स्थायी खाता को लेकर कंफ्यूज है तो ये आर्टिकल आपके लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है, इस आर्टिकल में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है बचत खाता और स्थायी खाता क्या होता है एवं बचत खाता और स्थायी खाता में अंतर क्या है (Difference Between Savings Account And Fixed Account In Hindi)



बचत खाता और स्थायी खाता में क्या अंतर है?
बचत खाता और स्थायी खाता में क्या अंतर है?




बचत खाता क्या होता है?


बचत खाता एक प्रकार का ऐसा बैंक खाता होता है, जिसमें व्यक्ति घरेलु खर्च के बाद बचा हुआ पैसा जमा करते हैं, और अपने जमा धन पर मुनाफा के रूप में ब्याज अर्जित करते हैं । वर्तमान समय में अधिकांश लोग बचत खाता ही खुलवाते हैं, जिसपर तमाम प्रकार के बैंकिंग सुविधाएं भी दिया जाता है ।



स्थायी खाता क्या होता है?


स्थायी खाता एक प्रकार का ऐसा खाता होता है, जिसमें एक निश्चित धनराशी निश्चित समय के लिए जमा किया जाता है, और अवधि पूर्ण होने पर अन्य खातो के मुक़ाबले उच्च ब्याज दर का लाभ मिलता है । स्थायी खाता 7 दिनों से लेकर 10 वर्षों तक का खोला जा सकता है । कुछ बैंक इससे भी अधिक समय के लिए स्थायी खाता खोलती है । 



बचत खाता और स्थायी खाता में क्या अंतर होता है?


बचत खाता और स्थायी खाता में निम्नलिखित अंतर होता है:-


बचत खाता में बचत किया गया पैसा कभी भी जमा किया जा सकता है, जबकि स्थायी खाता में एक बार ही एक निश्चित रकम निश्चित समय तक के लिए जमा करके छोड़ दिया जाता है ।


स्थायी खाता 7 दिन से लेकर 10 वर्ष की अवधि तक या निवेशको को अलग-अलग अवधि के साथ निवेश करने की अनुमति होता है । जबकि बचत खाता कि कोई अवधि नही होती है, यह खाता जीवन भर बना रह सकता है ।


बैंक द्वारा दोनों ही खाताओ पर ब्याज दिया जाता है, लेकिन बचत खाता के मुक़ाबले स्थायी खाता में जमा धन पर अत्यधिक ब्याज दर का लाभ दिया जाता है ।


बचत खाता से कभी भी किसी भी वक्त पैसों की निकासी किया जा सकता है, जबकि स्थायी खाता में जमा धन एक निश्चित समय के लिए लाॅक होता है ।


आपात स्थिति में स्थायी खाता पर सामान्य ब्याज दर के हिसाब से ॠण लेने की सुविधा उपलब्ध होती है, जबकि बचत खाता में ऐसा नही होता है ।


बचत खाता में न्यूनतम शेषराशि बनाये रखते हुए पूरी राशि निकाला जा सकता है । जबकि अवधि से पहले स्थायी खाता से पैसे निकालने पर पेनाल्टी देना होता है ।


नियमित स्थायी खाता में निवेश पर कोई कर लाभ नहीं मिलता है । हालांकि, 5 साल के टैक्स बचत स्थायी जमा में निवेश पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स छूट है । वहीं, बचत खाता केवल ब्याज आय पर लाभ प्रदान करता है, यानी बचत खाते पर अर्जित ब्याज धारा 80TTA के तहत 10,000 रुपये तक कर-मुक्त है और सीमा से अधिक कर योग्य है ।



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