बचत खाता कितने प्रकार के होते हैं (Bachat Khata Kitne Prakar Ke Hote Hain) जानने आये हैं तो आपका बहुत-बहुत स्वागत है । दोस्तों जब कोई व्यक्ति बैंक में अपना खाता खुलवाते है तो वह सामान्यत: सेविंग अकाउंट यानि बचत खाता के रूप में होता है । इस खाते का नाम बचत खाता इसलिए रखा गया है, क्योंकि इसमें बचत किया गया पैसा जमा करके रखा जा सकता है, और जरूरत पड़ने पर कभी भी निकाला जा सकता है । मुद्दे पर बात किया जाए तो आज-कल सभी बैंक अपने ग्राहकों को कई तरह के बचत खाता खोलने की सुविधा देते है, जिसके बारें विस्तारपूर्वक इस लेख में जानने की कोशिश करेंगे बचत खाता कितने प्रकार के होते हैं



बचत खाता कितने प्रकार के होते हैं?
बचत खाता कितने प्रकार के होते हैं?




बचत खाता के प्रकार (Types Of Savings Account In Hindi)


बचत खाता निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-



1. नियमित बचत खाता (Regular Saving Account)


नियमित बचत खाता कुछ बुनियादी शर्तों के आधार पर खुलवाया जाता है । खाताधारक इस खाते में अपनी जरूरत के हिसाब से पैसे जमा कर सकते हैं और बाद में जब चाहें निकाल भी सकते हैं । नियमित बचत खाते को मेंटेन करने के लिए केवल मिनिमम बैलेंस और पैसे डिपॉजिट करने की शर्ते पूरी करनी होती है ।


 

2. शुन्य बैलेंस बचत खाता (Zero Balance Saving Account)


शुन्य बैलेंस बचत खाता में पैसे निकालने और जमा करने की एक सीमा होती है, यानि खाताधारक एक तय लिमिट से ज्यादा पैसे जमा और निकाल नही सकते हैं, परंतु इस प्रकार के खाता को शुन्य रूपए में खुलवाया जा सकता है, और इसमें खाताधारक को न्यूनतम शेष बैलेंस बनाये रखने की आवश्यकता भी नही पड़ती है ।



3. वेतन बचत खाता (Salary Saving Account)


इस प्रकार के खाता सरकारी और प्राइवेट कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए खुलवाया जाता है, ताकी उनके प्रत्येक महीने की तनख्वाह आसानी से ट्रांसफर के माध्यम से दिया जा सके । वेतन बचत खाता में मिनिमम बैलेंस रखने की शर्ते नही होती, और अन्य बचत खातों की तरह इसमें जमा रकम पर ब्याॅज दिया जाता है । लेकिन कुछ महीने तक इस खाते में सैलरी नही आने पर नियमित बचत खाता में तब्दील हो जाता है ।



4. नाबालिक बचत खाता (Minor Saving Account)


यह खाता 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए खुलवाया जा सकता है, और मिनिमम बैलेंस बनाये रखने की जरूरत नही पड़ती है । नाबालिक बचत खाते में बचत के द्वारा अपनी जरूरतों को पूरा किया जा सकता है, लेकिन इस प्रकार के खाते को बच्चे के माता पिता देखरेख करते हैं । बच्चे का उम्र 10 साल से अधिक होने पर इस खाते को बच्चे खूद ऑपरेट कर सकता है, और जब बच्चा 18 साल का हो जाता है तो यह खाता नियमित बचत खाते में बदल जाता है ।



5. वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (Senior Citizen Saving Account) 


वरिष्ठ नागरिक बचत खाता बिल्कुल नियमित बचत खाते की तरह ही काम करता है, लेकिन अधिकांश बैंकों द्वारा इस खाते के लिए अधिक से अधिक ब्याॅज दर देने का ऑफर किया जाता है । वरिष्ठ नागरिक इस प्रकार के खाते का उपयोग पेंशन फंड या रिटायरमेंट अकाउंट्स से फंड निकालने में करते हैं ।



6. महिला बचत खाता (Women’s Saving Account)


महिला बचत खाता एक ऐसा बचत खाता होता है, जिसे खासतौर पर महिलाओं के लिए ही बनाया गया है । इस खाते में अन्य बचत खाते के मुक़ाबले कुछ अलग खास तरह के फीचर्स होते हैं, जैसे की महिलायें इस खाते पर बहुत कम दर पर लोन ले सकती है, और इसके साथ ही डीमैट खाता खोलने पर फ्री चार्ज और कई तरह की खरीदारियों पर डिस्काउंट ऑफर का लाभ उठा सकती है ।



7. संयुक्त बचत खाता (Joint Saving Account)


यह एक प्रकार का ऐसा खाता होता है, जिसे दो या दो से ज्यादा व्यक्ति मिलकर खुलवाते हैं, यानी इस खाता में सभी भागीदार होते हैं । संयुक्त बचत खाता का इस्तेमाल आमतौर पर रिश्तेदार, पति-पत्नी या बिजनेस पार्टनर्स करते हैं । इस प्रकार के खाते में नामित सभी भागीदार खाता में मौजूद फंड को एक्सेस कर सकते हैं ।



8. तत्काल बचत खाता (Instant Saving Account)


आजकल घर बैठे आनलाईन विडिओ KYC के जरिए कोई भी व्यक्ति तुरंत अपना बैंक खाता खुलवा सकता है, जिसे तत्काल खाता भी कह सकते है । इस प्रकार के खाते में बुनियादी बचत खाते की तरह बैकिंग सुविधाएं मिलती हैं । लेकिन जमा और निकासी पर लिमिटेशन होने के साथ-साथ कुल लेन-देन संख्या पर प्रतिबंध होता है । 



9. छात्र बचत खाता (Student Saving Account)


कुछ बैंक पढ़ने वाले छात्रों के लिए अलग कैटेगरी वाला बचत खाता खोलने की सुविधा देते हैं । इस प्रकार के खाते में जमा, निकासी और लेन-देन संबंधी लिमिटेशन अवश्य होती है, लेकिन र्तमान समय में देखा जाए तो स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में नामांकित छात्र इस प्रकार के खाता खुलवा रहे हैं । 



10. एनआरई/एनआरओ खाता (NRE/NRO Accounts)


विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों को भी भारत में बैंक खाता खोलने की सुविधा मिलती है । इसमें वे अपनी विदेश में हुई कमाई को जमा कर सकते है । इस प्रकार के खाते को अनिवासी बाहरी खाता या एनआरई खाता भी कहा जाता है । इसी तरह विदेश में रहने वाले लोगों को एक अन्य प्रकार का खाता भी खोलने की सुविधा मिलती है, जिसे अनिवासी साधारण खाता कहा जाता है, और इस प्रकार के खाते में भारत में हुई कमाई को जमा करके रखा जा सकता हैं । 



11. विशेषाधिकार वाला खाता (Privilege Accounts)


हाई-क्लास इनकम वाले लोगों के लिए कुछ बैंक विशेष सुविधा वाले बचत खाता खोलने की सुविधा देते है जैसे कि- असीमित लेनदेन की सुविधा, बैंक लॉकर पर डिस्काउंट, डेडिकेटेड बैंकर वगैरह-वगैरह की सहूलियत मिलती है । और इसी प्रकार कुछ बैंक स्वास्थ्य बचत या विशेष बचत खाता खोलने की सुविधा देते हैं जैसे कि- स्वास्थ्य बचत खाते के साथ क्लेम सेटलमेंट, प्री-हॉस्पिटलाइजेशन और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन चार्जेज कवरेज, डे केयर ट्रीटमेंट जैसी सुविधाएं देती है ।



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