स्वदेशी बैंक किसे कहते हैं (Swadeshi Bank Kise Kahte Hai) जानने आयें है तो आपका बहुत-बहुत स्वागत है, दोस्तों जैसा की आपको पता होगा वर्तमान में हमारें देश भारत में प्राइवेट क्षेत्र के बैंक, सरकारी क्षेत्र के बैंक, विदेशी क्षेत्र के बैंक लोगों को बैंकिंग सुविधाए उपलब्ध करा रही है, अगर स्वदेशी बैंक की बात किया जाए तो हमारें देश भारत में स्वदेशी बैंक उन बैंकों को कहा जाता है जिसकी स्थापना किसी भारतीय नागरिक या देश के सरकार द्वारा देश में स्थापित किया गया हो । हमारें देश भारत का सबसे प्रथम स्वदेशी बैंक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया है, जिसकी स्थापना वर्ष 1911 में किया गया था, इस बैंक के संस्थापक सोराबजी पोचखानावाला थे, और इस प्रथम स्वदेशी बैंक के पहला अध्यक्ष फिरोजशाह मेहता बने, एवं इस बैंक की पुर्ण स्वामित्व और प्रबंधन भारतीयों के हाथ में था ।
स्वदेशी बैंक किसे कहते हैं (Swadeshi Bank Kise Kahte Hai) |
1. भारत में बैंकिंग की शुरूआत कब हुई?
भारत में बैंकिंग की शुरूआत इंडिया-पाकिस्तान विभाजन से पुर्व हुई थी ।
2. भारत में सबसे प्रथम किस बैंक की स्थापना की गई थी?
ब्रिटिश शासनकाल के समय भारत में सबसे पहले 'बैंक ऑफ हिन्दुस्तान की शुरुआत 1770 में की गई थी, परंतु सुचारू रूप से न चलने के कारण बैंक ऑफ हिन्दुस्तान को पुर्ण रूप से बंद करना पड़ा ।
3. भारत का प्रथम स्वदेशी बैंक कौन सा है?
भारत का प्रथम स्वदेशी बैंक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया है ।
4. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सरकारी है या प्राइवेट?
शुरुआत में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एक प्राइवेट बैंक थी, मगर 19 जुलाई 1969 में भारतीय सरकार द्वारा द्वारा राष्ट्रीयकरण करने के उपरांत देश में सरकारी बैंक के रूप में लोगों को बैंकिंग सुविधाए उपलब्ध करा रही है ।
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